रिवीजन ही सफलता की कुंजी है.
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परीक्षा से पहले डर और परीक्षा के बाद सफलता के बीच एक कड़ी होती है, जिसका नाम है रिवीजन:, यह उस चिड़िया का नाम है जो आपकी कमजोरी को कम और मजबूती को और मजबूत करती है. लेकिन आप जानते हुए भी रिवीजन नहीं कर पाते हैं.
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1⃣. सबसे पहले और सबसे अहम- अपना सिलेबस को ध्यान में रखें. कहने का मतलब है कि अगर आपको सिलेबस का पता नहीं तो पढ़ाई कैसे करेंगे?
2⃣. खुद को सुनियोजित करें खुद की जरूरत को ध्यान में रखते हुए एक टाइम टेबुल बनाएँ. चाहे आपकी परीक्षा 2 माह या 1 माह हो चाहे जितना समय हो खुद को सुनियोजित करके ही कर सकते हैं. इसलिए एक टाइम टेबुल बनाएँ और उसका अनुसरण करें.
3⃣. जितनी उपर कही गई है उन बातों को ध्यान दें. बहुत से लोग छोटी मोटी गलतियाँ कर बैठते हैं. उदाहरण के लिए एक दिन किसी कारणवश यदि नियमित अध्ययन से आप चूक गए तो यह आप कभी मत सोचिए कि आज का दिन बेकार चला गया, अब मैं कल पढ़ुंगा. कड़वा लेकिन सत्य है कल कभी नहीं आता.
4⃣. यह याद रखें कि परीक्षा के 10 मिनट पहले किसी प्रकरण पर चर्चा न करें.
5⃣. अब आप सही रूप मेे रिवीजन कर रहे हैं, तो पिछले वर्ष का पेपर हल करें, ऐसा इसलिए कि ताकि परीक्षा का पैटर्न आपको मालूम हो जाएगा.
6⃣. परीक्षा में दूसरों की सहायता न करें, न दूसरों से सहायता लेने की कोशिश करें.
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