दुनिया का पहिला कंप्यूटर माउस


first mouse
सन् 1964 में डौंग इंगेलबर्ट Doug Engelbart ने पहला कम्प्यूटर माउस बनाया जो कि लकड़ी का बना था।
5 जुलाई 2013 को स्वर्गवास हुआ। इस वैज्ञानिक के बारे मेँ छोटी सी जानकारी आप सबके लिये सैन फ्रांसिस्को। अंगुलियों के इशारों को पलक झपकते समझने वाले कंप्यूटर माउस के जनक डग एंजेलबर्ट का 88 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। माउस इजाद कर कंप्यूटर की दुनिया को बदल कर रख देने वाले अमेरिकी इंवेंटर डगलस एंगेलबार्ट का कैलिफोर्निया स्थित उनके घर में निधन हो गया.

बाजार में इंटरनेट और ईमेल जैसी प्रौद्योगिकी के आने से दशकों पहले ही इसका विचार पेश कर चुके एंगेलबार्ट की मौत गुर्दे की खराबी की वजह से मंगलवार रात को सोने के दौरान उनकी मौत हो गई।
एंगेलबार्ट का जन्म 30 जनवरी, 1925 को हुआ था. साल 1963 में उन्होंने स्टैनफोर्ड अनुसंधान संस्थान (अब एसआरआई इंटरनेशनल) की अपनी शोध प्रयोगशाला में कंप्यूटर माउस का आविष्कार किया था, जिसका पेटेंट उन्हें साल 1970 में दिया गया.

एंजेलबर्ट की सोच उनके वक्त से काफी आगे थी। वह एक ऐसे युग में काम कर रहे थे जब कंप्यूटर पूरे कमरे के बराबर होता था और विशाल मशीनों में पंच कार्ड के जरिये डाटा भरा जाता था। उन्होंने 1968 में सैन फ्रांसिस्को में माउस का पहला सार्वजनिक प्रदर्शन कर पूरी दुनिया को चौंका दिया था। इसी दौरान उन्होंने पहले वीडियो टेलीकांफ्रेंस का प्रदर्शन किया और टेक्स्ट आधारित लिंक के अपने सिद्धांत की व्याख्या की, जो आगे चलकर इंटरनेट का मुख्य आधार बना।

1960 में इस उपकरण को तैयार करने वाले एंजेलबर्ट ने पहला माउस लकड़ी का बनाया था। इसमें धातु के दो छोटे पहिये लगे थे।

एंजेलबर्ट माउस से बहुत अधिक पैसा नहीं बना सके क्योंकि 1987 में जब माउस का पेटेंट खत्म हुआ उस समय तक इसका बहुत अधिक इस्तेमाल नहीं किया जाता था। 1983 में उन्होंने 40 हजार डॉलर में इस तकनीक का लाइसेंस एपल को बेच दिया।
एंजेलबर्ट को 1997 में लेमेलसन-एमआइटी पुरस्कार दिया गया और वर्ष 2000 में पर्सनल कंप्यूटर की बुनियाद तैयार करने के लिए नेशनल मेडल फॉर टेक्नोलॉजी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।